Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat 2025: जानिए 22 नवंबर को तुलसी पूजन का सबसे शुभ समय और महत्व

Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat 2025: जानिए 2 नवंबर को तुलसी पूजन का सबसे शुभ समय और महत्व

Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat

Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat 2025 हर साल की तरह इस बार भी भक्ति, आस्था और पवित्रता का संगम लेकर आएगा। हिंदू धर्म में तुलसी (जिसे “वृंदा देवी” कहा जाता है) को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। तुलसी के पूजन से घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है।

हर साल कार्तिक शुक्ल द्वादशी के दिन तुलसी विवाह और तुलसी पूजन किया जाता है। 2025 में यह शुभ दिन 2 नवंबर 2025 (रविवार) को मनाया जाएगा। इस दिन भक्तगण तुलसी माता और भगवान शालिग्राम का विवाह विधिवत संपन्न करते हैं।

Tulsi Pujan 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त

2025 में Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat निम्न है —

1. तारीख :2 नवंबर 2025 (रविवार)

2. तिथि: कार्तिक शुक्ल द्वादशी

3. पूजन का श्रेष्ठ समय: प्रातः 6:15 बजे से दोपहर 12:10 बजे तक

4. अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:50 से 12:35 बजे तक

इस दिन तुलसी माता की पूजा करने से सभी प्रकार के दोष दूर होते हैं और घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

यह भी पढ़े:  7 Amazing Facts: Tulsi Pujan Ka Dharmik Mahatva Aur Kahani – Tulsi Ka Itihas

यह भी पढ़े:  5 Simple Steps: Tulsi Poojan Vidhi – Best Mantras & Unka Arth for Spiritual Blessings

यह भी पढ़े:  Karwachauth Shubh Muhurat 2025 – सही समय जानें

तुलसी पूजन की विधि (Tulsi Pujan Vidhi)

1. प्रातः स्नान कर तुलसी के पौधे को स्वच्छ जल से स्नान कराएं।

2. लाल या पीले वस्त्र से तुलसी को सजाएं और दीपक जलाएं।

3. शालिग्राम भगवान के साथ तुलसी विवाह का संकल्प लें।

4. तुलसी के चारों ओर सात परिक्रमा करें।

5. तुलसी पर हल्दी, चंदन, फूल और मिठाई का भोग लगाएं।

6. तुलसी मंत्र, विष्णु सहस्रनाम या तुलसी स्तुति का पाठ करें।

तुलसी पूजन का महत्व

Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat 2025 के दिन पूजा करने से पाप नष्ट होते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। तुलसी माता की पूजा भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का सर्वोत्तम तरीका माना गया है।

शास्त्रों में कहा गया है —

“तुलस्या काननं यत्र, यत्र पद्मवनं तथा।
तत्रैव श्रीहरिर्नित्यं सन्निविष्टो न संशयः॥”

अर्थात जहाँ तुलसी का पौधा होता है, वहाँ स्वयं भगवान विष्णु का वास होता है।

तुलसी विवाह का रहस्य

तुलसी विवाह का उल्लेख पुराणों में मिलता है। कहा जाता है कि तुलसी माता का विवाह भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप से हुआ था। यह विवाह भक्ति और धर्म के मिलन का प्रतीक है।
तुलसी विवाह से वैवाहिक जीवन में सौहार्द बढ़ता है और जो अविवाहित हैं उन्हें उचित जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।

2025 में Tulsi Pujan क्यों है खास?

2025 में तुलसी पूजन रविवार के दिन पड़ रहा है — जो सूर्यदेव का दिन होता है। इस दिन तुलसी माता की पूजा और भगवान विष्णु की आराधना से जीवन में दीर्घायु, धन-वैभव और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
इसलिए इस वर्ष का Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat 2025 विशेष रूप से शुभ और फलदायक माना गया है

निष्कर्ष

Tulsi Pujan हमारे जीवन में भक्ति, प्रेम और प्रकृति के प्रति आदर का प्रतीक है। Tulsi Pujan ka Shubh Muhurat 2025 (2 नवंबर) के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ तुलसी माता की पूजा करें — इससे आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होगा।